sanyukt vyanjan : आज के इस आर्टिकल के जरिए हम हिंदी वर्णमाला के संयुक्त व्यंजन के बारे में जानकारी लेंगे, और अगर आप sanyukt vyanjan के बारे में विस्तारपूर्वक संपूर्ण जानकारी चाहते हैं तो आप इस लेख को पूरा आखिर तक ध्यान से पढ़िए गा।
हिंदी भाषा का साहित्य बहुत बड़ा है इसीलिए हमें हिंदी भाषा को अच्छी तरह से सीखने और समझने के लिए सबसे पहले हिंदी स्वर और हिंदी व्यंजन का पूर्ण ज्ञान होना आवश्यक है। और हम किसी चीज के बारे में पूर्ण ज्ञान तभी ले सकते हैं जब हमें सरल भाषा में समझाया जाए, इसलिए इस आर्टिकल में संयुक्त व्यंजन के बारे में बहुत ही सरल भाषा में समझाने का प्रयास किया गया है।
{getToc} $title={Table of Contents}
$ads={1}
हिंदी व्याकरण में इन व्यंजनों का प्रयोग शब्द बनाने में किया जाता है। संयुक्त व्यंजन जो की संपूर्ण हिंदी व्याकरण का आधार बनते हैं या यूं कहें कि संपूर्ण हिंदी व्याकरण इन्हीं पर टिका है। तो आइए जानते हैं इन व्यंजनों के बारे में विस्तार पूर्वक संपूर्ण जानकारी।
जब दो भिन्न व्यंजन आपस में मिलते हैं तो उनका मूल रूप बदल जाता है। उदाहरण के लिए, श् + र = श्र इनमें 'श्' बिना स्वर वाला है जबकि 'र' में स्वर मिला हुआ है। जब यह दोनों मिलते हैं तो उनका मूल रूप 'श्र' में बदल जाता है।
जैसे ☟
तो अब आप यह भी समझ गए होंगे कि संयुक्त व्यंजन कितने होते हैं।
$ads={2}
इसके अलावा हम आपको केहना चाहेंगे कि sanyukt vyanjan in hindi का यह लेख आपको कैसा लगा इस बारे में आप अपने विचार हमें कमेंट के जरिए जरूर बताइएगा, आपके विचार हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। धन्यवाद!
Sanyukt Vyanjan |
हिंदी भाषा का साहित्य बहुत बड़ा है इसीलिए हमें हिंदी भाषा को अच्छी तरह से सीखने और समझने के लिए सबसे पहले हिंदी स्वर और हिंदी व्यंजन का पूर्ण ज्ञान होना आवश्यक है। और हम किसी चीज के बारे में पूर्ण ज्ञान तभी ले सकते हैं जब हमें सरल भाषा में समझाया जाए, इसलिए इस आर्टिकल में संयुक्त व्यंजन के बारे में बहुत ही सरल भाषा में समझाने का प्रयास किया गया है।
{getToc} $title={Table of Contents}
Sanyukt Vyanjan In Hindi
hindi sanyukt vyanjan : आप सभी ने समय-समय पर संयुक्त व्यंजन को पढ़ा और याद किया होगा। जब हम प्राथमिक विद्यालय में होते हैं तब हमें मिश्रित यानी संयुक्त व्यंजन के बारे में सिखाया जाता है। यह हिन्दी व्याकरण का ही एक अंग है।$ads={1}
हिंदी व्याकरण में इन व्यंजनों का प्रयोग शब्द बनाने में किया जाता है। संयुक्त व्यंजन जो की संपूर्ण हिंदी व्याकरण का आधार बनते हैं या यूं कहें कि संपूर्ण हिंदी व्याकरण इन्हीं पर टिका है। तो आइए जानते हैं इन व्यंजनों के बारे में विस्तार पूर्वक संपूर्ण जानकारी।
Sanyukt Vyanjan Kise Kahate Hain
वे व्यंजन जो दो या दो से अधिक व्यंजनों के मेल से बनते हैं, वह sanyukt vyanjan कहलाते हैं। संयुक्त व्यंजन एक तरह से व्यंजन का ही एक प्रकार है। इसमें पहला व्यंजन बिना स्वर के होता है और दूसरे व्यंजन में स्वर मिला होता है अर्थात पूर्ण व्यंजन होता है।
दूसरे शब्दों में कहें तो ऐसे वर्ण या अक्षर जिनमें दो व्यंजन वर्ण एक साथ उच्चारित होते हैं यानी 2 व्यंजन वर्ण अगल-बगल में उपयोग होते हैं और इनके बीच में कोई भी स्वर अक्षर नहीं रहेंता है। जिसे संयुक्त व्यंजन वर्ण कहा जाता हैं। तो अब आप समझ गए होंगे कि संयुक्त व्यंजन किसे कहते हैं।
दूसरे शब्दों में कहें तो ऐसे वर्ण या अक्षर जिनमें दो व्यंजन वर्ण एक साथ उच्चारित होते हैं यानी 2 व्यंजन वर्ण अगल-बगल में उपयोग होते हैं और इनके बीच में कोई भी स्वर अक्षर नहीं रहेंता है। जिसे संयुक्त व्यंजन वर्ण कहा जाता हैं। तो अब आप समझ गए होंगे कि संयुक्त व्यंजन किसे कहते हैं।
Sanyukt Vyanjan Kitne Hote Hain
हिंदी वर्णमाला में संयुक्त व्यंजनों की कुल संख्या 4 होती है क्ष, त्र, ज्ञ और श्रSanyukt Vyanjan |
जब दो भिन्न व्यंजन आपस में मिलते हैं तो उनका मूल रूप बदल जाता है। उदाहरण के लिए, श् + र = श्र इनमें 'श्' बिना स्वर वाला है जबकि 'र' में स्वर मिला हुआ है। जब यह दोनों मिलते हैं तो उनका मूल रूप 'श्र' में बदल जाता है।
जैसे ☟
क्ष | - | क् + ष | = | क्ष |
त्र | - | त् + र | = | त्र |
ज्ञ | - | ज् + ञ | = | ज्ञ |
श्र | - | श् + र | = | श्र |
तो अब आप यह भी समझ गए होंगे कि संयुक्त व्यंजन कितने होते हैं।
$ads={2}
संयुक्त व्यंजन से बने शब्दों के कुछ उदहारण
क्ष | त्र | ज्ञ | श्र |
---|---|---|---|
क्षमा | तंत्र | ज्ञान | श्रद्धा |
क्षय | त्रुटि | ज्ञाता | श्रुति |
क्षण | पत्र | ज्ञानी | श्राप |
कक्षा | पात्र | यज्ञ | श्रमिक |
रक्षा | चित्र | अज्ञात | श्रवण |
यक्ष | गोत्र | अज्ञान | श्रीमान |
मोक्ष | मंत्र | विज्ञान | श्रृंखला |
भिक्षा | सत्र | सर्वज्ञ | आश्रम |
परीक्षा | मूत्र | जिज्ञासा | आश्रित |
अक्षर | वस्त्र | अल्पज्ञ | परिश्रम |
समक्ष | सर्वत्र | ज्ञातव्य | मिश्रण |
आकांक्षा | त्रिशूल | अनभिज्ञ | विश्राम |
मीनाक्षी | त्रिपुरा | विज्ञापन | कुलश्रेष्ठ |
अध्यक्ष | कृत्रिम | विशेषज्ञ | श्रीमती |
परीक्षित | एकत्रित | वैज्ञानिक | श्रीलंका |
संयुक्त व्यंजन - Sanyukt Vyanjan FAQ's
संयुक्त व्यंजन किसे कहते हैं?
वे व्यंजन जो दो या दो से अधिक व्यंजनों के मेल से बनते हैं, वह sanyukt vyanjan कहलाते हैं।
संयुक्त व्यंजन कितने होते हैं?
संयुक्त व्यंजन की कुल संख्या चार होतीं है।
चार संयुक्त व्यंजन कौन कौन से हैं?
क्ष, त्र, ज्ञ और श्र
हिंदी में संयुक्त व्यंजन कौन कौन से हैं?
हिंदी में क्ष, त्र, ज्ञ और श्र यह चार संयुक्त व्यंजन होते हैं।
क्ष त्र ज्ञ और श्र को क्या कहते हैं?
क्ष त्र ज्ञ और श्र को संयुक्त व्यंजन कहते हैं।
Conclusion
तो फ्रेंड्स! हमें पूरी उम्मीद है कि आपको sanyukt vyanjan का यह लेख पसंद आया होगा क्योंकि इस लेख को आसान भाषा में समझाने का प्रयास किया गया है ताकि आपको इस संयुक्त व्यंजन की संपूर्ण जानकारी को सीखने और समझने में आसानी रहे।इसके अलावा हम आपको केहना चाहेंगे कि sanyukt vyanjan in hindi का यह लेख आपको कैसा लगा इस बारे में आप अपने विचार हमें कमेंट के जरिए जरूर बताइएगा, आपके विचार हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। धन्यवाद!