Two Step Verification क्या है ? यह क्यों जरूरी होता है ?

हेलो फ्रेंड्स स्वागत है आपका Hindi Help Zone ब्लाॅग में और आज हम जानेंगे Two Step Verification क्या है और यह क्यों जरूरी होता है, वह भी हिंदी में अगर देखा जाए तो आज के युग में इंटरनेट पर कुछ भी सेफ (safe) नहीं है यहां पर कुछ भी हैक हो सकता है फिर चाहे वह आपकी बैंक अकाउंट डिटेल्स हो या आपके पासवर्ड, internet की दुनिया में ऐसा कुछ भी नहीं है जिसे हैक नहीं किया जा सकता है।
 
लेकिन आप इंटरनेट से जुड़ी अपनी हर एक चीज को सिक्योर करके Hackers के लिए यह काम कठिन बना सकते हो यानी कि 2-स्टेप वेरिफिकेशन फीचर का यूज करके.

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तो आज हम आपको टू स्टेप वेरिफिकेशन (2 factor authentication) की पूरी जानकारी के बारे में बताएंगे तो चलिए जानते हैं टू स्टेप वेरिफिकेशन (2 Step Verification) क्या है, इसके फायदे और नुकसान क्या है।

Two Step Verification क्या है ? यह क्यों जरूरी होता है ?
Two Step Verification क्या है

Two Step Verification की पूरी जानकारी

आज के टाइम में सभी लोग अपने अकाउंट को सुरक्षित रखना चाहते हैं इसीलिए वह अपनी डिटेल्स को टू-स्टेप वेरिफिकेशन (Two-Step Verification) से सिक्योर करके रखते हैं आज के टाइम में सभी यानी कि वह हर चीज जो आप online यूज़ करते हैं उसमें इस Feature का यूज किया जाता है।

जैसे कि आप अपने बैंक खाते से किसी भी तरह का कोई भी Online Transaction करते हो या आप whatsapp, फेसबुक, Gmail वगैरह जो चीज ऑनलाइन काम करती हो, जिसके हैक होने से हमें बहुत बड़ा नुकसान हो वैसी चीज को 2 Step Verification से secure करना जरूरी है।

2-Step Verification क्या होता है?

टू स्टेप वेरीफिकेशन जिसे टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन (Two Factor Authentication) भी कहा जाता है यह एक सुरक्षा परत है जो आपके खाते जैसे गूगल खाता, बैंक खाता, ईमेल खाता आदि को अधिक Safe बनाती है या हम यह भी कह सकते हैं कि यह आपके खाते की सुरक्षा को दोगुना कर देता है।

अधिकतर लोग अपने सभी पासवर्ड को एक समान रखते हैं और यही कारण है कि आपके अकाउंट को कोई भी आसानी से Hack कर सकता है अगर आपका कोई भी पासवर्ड किसी भी हैकर के हाथ में लग गया तो वह आसानी से आपके सारे अकाउंट को भी हैक कर सकता है।

तो इस सिचुएशन से बचने के लिए 2-स्टेप वेरिफिकेशन बहुत उपयोगी है यदि आप लोगों ने 2 Step Verification सक्षम किया हुआ है और यदि कोई भी हैकर आपका पासवर्ड जानता है फिर भी वह आपके अकाउंट को हैक नहीं कर पाएगा क्योंकि आपके अकाउंट को हैक करने के लिए उस हैकर को आपके द्वारा लगाए हुए two step authentication को पार करना पड़ेगा और ऐसा करना उसके लिए नामुमकिन होगा।

अपने अकाउंट में स्ट्रांग पासवर्ड का यूज़ करें।

टू स्टेप वेरीफिकेशन तो आपके अकाउंट को सिक्योर बनाता ही है इसके साथ-साथ अगर आप अपने सभी अकाउंट के पासवर्ड स्ट्रांग बनाते हैं तो यह दोगुना सिक्योर हो जाता है।

लेकिन अक्सर सभी लोग अपने अकाउंट में एक जैसा और नॉर्मल पासवर्ड का ही यूज करते हैं जैसे अपना फोन नंबर या अपना नाम या तो 1234.... इस तरह का पासवर्ड बना लेते हैं जो ज्यादा सेफ नहीं है इसीलिए आप अपने अकाउंट्स के लिए एक स्ट्रांग पासवर्ड बनाएं जो एक जटिल यानी कि मिश्रित अंकों में होना चाहिए जैसे N1*m2%#"$"jd3 जो कोई कितना भी चाहे इसे हैक नहीं कर सकता।

2-स्टेप वेरिफिकेशन (Two-Step Verification) कैसे काम करता है?

तो अब हम जानेंगे कि टू स्टेप वेरीफिकेशन कैसे काम करता है और यह हमारे अकाउंट को कैसे सुरक्षित रखता है तो आज हम जानेंगे कि यह Work कैसे करता है और अपने अकाउंट को सिक्योर कैसे करता है।

2 Step Verification जिसमें आपको अपना मोबाइल नंबर दर्ज करके Two step verification को एक्टिवेट करना होता है उसके बाद अगर आपका पासवर्ड कोई हैक कर लेता है और उस पासवर्ड और आईडी से वह लॉगिन करने की कोशिश करेगा तो आपने जो 2 Step Verification में मोबाइल नंबर दर्ज किया है उसमें एक ओटीपी (OTP) यानी कि वन टाइम पासवर्ड (one time password) आएगा जो कुछ टाइम के लिए ही होगा जब तक वह ओटीपी कोड वहां नहीं डालेगा, वह लागॅ इन नहीं कर पाएगा और OTP कोड को तो वह डाल नहीं सकता वह तो आपके पास आएगा क्योंकि उसने आपका पासवर्ड हैक किया है आपका मोबाइल नंबर तो वह हैक नहीं कर सकता तो वह उसे एक्सेस ही नहीं कर पाएगा। तो इस प्रकार से आप अपने अकाउंट को सुरक्षित रख सकते हैं।

शायद सभी लोग OTP (one time password) के बारे में तो जानते ही होंगे अगर नहीं जानते तो कोई बात नहीं आगे इस पोस्ट में मैं आपको इसके बारे में भी बता दूंगा

यहां पर मैं आपको बता दूं कि जो OTP हमारे मोबाइल नंबर पर आता है उसकी अवधि कुछ टाइम के लिए ही होती है लगभग 10 से 15 मिनट उसके बाद वह काम नहीं करेगा फिर एक नया OTP मंगाना पड़ता है जो हर बार एक नया अलग ही कोड मिलता है और यह प्रक्रिया हमारे अकाउंट को और ज्यादा सिक्योर बना देते हैं।

OTP ( one time password ) क्या है?

OTP क्या होता है अगर देखा जाए तो ओटीपी एक प्रकार का पासवर्ड है जिसे हम One Time Pin भी कह सकते हैं जो हमारी सिक्योरिटी को बढ़ाता है यह कोड 4 या उससे ज्यादा अंको में होता है जो सिस्टम के जरिए स्वचालित जनरेट होकर हमें मिलता है।

जैसा कि हमें इसके नाम से ही मालूम हो जाता है की OTP Ka Full Form (one time password) यानी कि यह पासवर्ड केवल एक ही बार यूज हो सकता है फिर यह काम नहीं करेगा आपको दूसरी बार यूज करने के लिए इसे फिर से मंगाना पड़ेगा और हर बार एक नया अलग कोड ही आपको जनरेट होकर मिलेगा।

ओटीपी का यूज़ ऑनलाइन लेनदेन के वक्त करते हैं जैसे ऑनलाइन हम अपने एटीएम कार्ड या नेट बैंकिंग से कुछ सामान खरीदते हैं तो, वहा हमें अपने अकाउंट की पूरी डिटेल भरनी पड़ती है और सबमिट करने पर हमारे अकाउंट से उस सामान खरीदने के पैसे कट जाएंगे लेकिन पैसे कट जाने से पहले मोबाइल नंबर जो आपके बैंक अकाउंट से जुड़ा हुआ होगा उस पर एसएमएस के जरिए एक कोड यानी OTP आएगा जो यह प्रुफ होता है की यह प्रोसेस करने वाले हम ही हैं या कोई और, तो तरह से हम अपने सभी अकाउंट में Two Step Verification के जरिए ओटीपी का प्रोसेस कर सकते हैं जो आपके अकाउंट की सेफ्टी के लिए फायदेमंद होगा।

Two step verification क्यों जरूरी होता है?

फ्रेन्डस अगर आप Two step verification को ऑन करके रखते हैं तो यह आपके अकाउंट के लिए बेहद फायदेमंद साबित होता है।

For Example: अगर आप एक जीमेल अकाउंट का यूज़ करते हैं और उसका पासवर्ड चोरी हो जाता है इसके साथ ही आपके E-Mail में रही सारी डिटेल भी किसी के हाथ लग सकती है।

इसीलिए आपको हमेशा ही अपने अकाउंट में टू स्टेप वेरीफिकेशन को ऑन करके रखना चाहिए जिससे कि आपके अकाउंट को हैक होने से बचाया जा सके और उसकी डिटेल किसी के भी हाथ ना लगे.

यह पोस्ट भी पढ़े
Gmail Kya Hai और Gmail Ka Use Kaise Karte Hai
Gmail Account को 2-Step Verification से Secure कैसे करें

2 स्टेप वेरिफिकेशन (2 Step Verification) के फायदे और नुकसान

2 Step Verification के फायदे:

  • अपने खाते की सुरक्षा दो गुना ज्यादा हो जाती है जो की सिंगल पासवर्ड तरीके से कई गुना बेहतर है।
  • आपका व्यक्तिगत डेटा secure रहता है क्योंकि इस प्रक्रिया के बाद हैकर्स के लिए यह काम कठिन हो जाता है।
  • आपको ऑनलाइन धोखाधड़ी और ब्लैकमेलिंग से बचाता है।

2 Step Verification के नुकसान:

अगर देखा जाए तो Two-Step Verification के नुकसान तो ना के बराबर है, लेकिन इसके साथ कुछ समस्या ए है। जो नीचे बताई गई है।

  • इसमें बड़ी समस्या यह रहती है कि आपने जिस नंबर को भी 2 step verification में रजिस्टर किया है अगर आपका वह नंबर बंद है, कहीं पर खो गया है या चोरी हो गया तो ऐसे में आपको अपने खाते में लॉग इन करने में कुछ मुसीबत हो सकती है।
  • क्योंकि लॉगइन करते वक्त जो OTP आता है आपके नंबर पर वह नंबर तो बंद है तो OTP ना मिलने के कारण आप लॉग इन होने की प्रोसेस को पूर्ण नहीं कर सकते।

Conclusion

तो फ्रेंड मुझे पूरी उम्मीद है कि मेरे द्वारा बताए गए 2 Step Verification क्या है यह क्यों जरूरी होता है को आप अच्छी तरह से समझ गए होगे।

अगर आप अपने खाते को हैक होने से रोकना चाहते हैं तो आपको 2 step verification का यूज़ जरूर करना चाहिए।

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Nilesh Naghera

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